प्रशासनिक चरण

प्रशासनिक चरण

संक्षेप में, प्रादेशिक क्षेत्राधिकार के अनुसार जिसकी क्षेत्रीय सीमा में आवेदक के व्यवसाय का प्रमुख स्थान स्थित है, व्यापार चिन्ह के पंजीकरण के लिए आवेदन व्यापार चिन्ह रजिस्ट्री के प्रधान कार्यालय या शाखा कार्यालय में स्वीकार किया जाता है। आवेदन के डिजिटलीकरण और औपचारिकता की जाँच संबंधित कार्यालयों में की जाती है।

इसके बाद आवेदन की मुख्य रूप से जांच की जाती है कि क्या सम्बद्ध चिह्न आवेदक की वस्तुओं या सेवाओं को अलग करने में सक्षम है, क्या यह विध्यमान किसी कानून के तहत पंजीकरण के लिए निषिद्ध है, चूकि रेकॉर्ड पर पहले से समरूप या सदृश चिन्ह मौजूद है, क्या सम्बद्ध चिह्न के पंजीकरण के कारण भ्रम या धोखे की संभावना है। सभी आवेदनों का परीक्षण मुंबई में स्थित व्यापार चिन्ह रजिस्ट्री के प्रमुख कार्यालय में किया जाता है।

पंजीकार व्यापार चिन्ह के उपयोग करने संबंधी कोई प्रमाण या विशिष्टता के अनुसार आवेदन को ध्यान में रखते हुए यह तय करते हैं कि आवेदन, व्यापार चिन्ह के पंजीकरण हेतु स्वीकार्य है या नहीं और यदि स्वीकार्य है तो इसे सरकारी राजपत्र अर्थात् व्यापार चिन्ह जर्नल में प्रकाशित करते हैं जिसे आधिकारिक वेबसाइट पर साप्ताहिक रूप में होस्ट किया जाता है।

प्रकाशन की तारीख से चार महीने के भीतर कोई भी व्यक्ति ऐसे मामलों में विरोध दर्ज कर सकता है,  ऐसे मामलों की विपक्षी कार्यवाही व्यापार चिन्ह रजिस्ट्री के संबंधित कार्यालय में की जाती है।

विपक्षी कार्यवाही के तहत, विरोध के नोटिस की एक प्रति आवेदक को दी जाती है, जिसे दो माह के भीतर एक जवावी कथन प्रस्तुत करना होता है, ऐसा न करने पर आवेदन परीत्यक्त मान लिया जाएगा। जवावी कथन की प्रति विरोधी को दी जाती है, जो हलफनामे के माध्यम से अपने मामले के समर्थन में साक्ष्य प्रस्तुत करता है, फिर आवेदक साक्ष्य प्रस्तुत करता है।उसके बाद विरोधी खंडन के माध्यम से साक्ष्य प्रस्तुत करता है। सबूत पूरा होने पर, मामला सुनवाई के लिए निर्धारित किया जाता है और मामले का फैसला एक सुनवाई अधिकारी द्वारा किया जाता है।

रजिस्ट्रार का निर्णय बौद्धिक संपदा अपीलीय बोर्ड के लिए अपील-योग्य है।

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